भैंस के लिये संतुलित आहार कैसे बनायें ?

भैंस के लिये संतुलित आहार

भैंस के लिये संतुलित आहार उस भोजन सामग्री को कहते हैं जो किसी विशेष पशु की 24 घन्टे की निर्धारित पौषाणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। संतुलित राशन में कार्बन, वसा और प्रोटीन के आपसी विशेष अनुपात के लिए कहा गया है। सन्तुलित राशन में मिश्रण के विभिन पदाथोर् की मात्रा मौसम और पशु भार तथा उसकी उत्पादन क्षमता के अनुसार रखी जाती है। एक राशन की परिभाषा इस प्रकार की जा सकती है ‘एक भैंस  24 घण्टे में जितना भोजन अन्तग्रहण करती है, वह राशन कहलाता है।’ डेरी राशन या तो संतुलित होगा या असंतुलित होगा। असंतुलित राशन वह होता है जोकि भैंस को 24 घण्टों में जितने पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है वह देने में असफल रहता है जबकि संतुलित राशन ‘ठीक’ भैंस को ‘ठीक’ समय पर ‘ठीक’  मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करता है। संतुलित आहार में प्रोटीन, कार्बोहार्इड्रेट, मिनरल्स तथा विटामिनों की मात्रा पशु की आवश्यकता अनुसार उचित मात्रा में रखी जाती है|

भैंस के लिये संतुलित आहार जो  खिलाया जाता है, उसमें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि उसे जरूरत के अनुसार शुष्क पदार्थ, पाचक प्रोटीन तथा कुल पाचक तत्व उपलब्ध हो सकें। भैंस में शुष्क पदार्थ की खपत प्रतिदिन 2.5 से 3.0 किलोग्राम प्रति 100 किलोग्राम शरीर भार के अनुसार होती है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि 400 किलोग्राम वजन की भैंस को रोजाना 10-12 किलोग्राम शुष्क पदार्थ की आवश्यकता पड़ती है। इस शुष्क पदार्थ को हम चारे और दाने में विभाजित करें तो शुष्क पदार्थ का लगभग एक तिहार्इ हिस्सा दाने के रूप में खिलाना चाहिए।

उत्पादन व अन्य आवश्यकताओं के अनुसार जब हम पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा निकालते हैं तो यह गणना काफी कठिन हो जाती है। इसका एक प्रमुख कारण यह है कि जो चारा पशु को खिलाया जाता है उसमें पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा ज्ञात करना किसान के लिए लगभग असंभव है। ऐसा इसलिए है कि पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा प्रत्येक चारे के लिए अलग होती है। यह चारे की उम्र/परिपक्वता के अनुसार बदल जाती है। अनेक बार उपलब्धता के आधार पर कर्इ प्रकार का चारा एक साथ मिलाकर खिलाना पड़ता है। किसान चारे को कभी भी तोलकर नहीं खिलाता है। इन परिस्थितियों में सबसे आसान तरीका यह है कि किसान द्वारा खिलाये जाने वाले चारे की गणना यह मान कर की जाये की पशु को चारा भरपेट मिलता रहे। अब पशु की जरूरत के अनुसार पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों में कमी की मात्रा को दाना मिश्रण देकर पूरा कर दिया जाता है। इस प्रकार भैंस को खिलाया गया आहार संतुलित हो जाता है।

भैंस के लिये संतुलित आहार कैसे बनायें ?

पशुओं के दाना मिश्रण में काम आने वाले पदार्थों का नाम जान लेना ही काफी नही है। क्योंकि यह ज्ञान पशुओंका राशन परिकलन करने के लिए काफी नही है। एक पशुपालक को इस से प्राप्त होने वाले पाचक तत्वों जैसेकच्ची प्रोटीन, कुल पाचक तत्व और चयापचयी उर्जा का भी ज्ञान होना आवश्यक है। तभी भोज्य में पाये जानेवाले तत्वों के आधार पर संतुलित दाना मिश्रण बनाने में सहसयता मिल सकेगी। नीचे लिखे गये किसी भी एकतरीके से यह दाना मिश्रण बनाया जा सकता है, परन्तु यह इस पर भी निर्भर करता है कि कौन सी चीज सस्तीव आसानी से उपलब्ध है।

1. मक्का/जौ/जर्इ 40 किलो मात्रा

बिनौले की खल      16 किलो

मूंगफली की खल     15 किलो

गेहूं की चोकर       25 किलो

मिनरल मिक्सर      02 किलो

साधारण नमक       01 किलो

कुल              100 किलो

2. जौ             30 किलो

सरसों की खल       25 किलो

बिनौले की खल      22 किलो

गेहूं की चोकर        20 किलो

मिनरल मिक्स       02 किलो

साधारण नमक       01 किलो

कुल              100 किल

3.मक्का या जौ40 किलो मात्रा

मूंगफली की खल     20 किलो

दालों की चूरी        17 किलो

चावल की पालिश     20 किलो

मिनरल मिक्स       02 किलो

साधारण नमक       01 किलो

कुल              100 किलो

4.गेहूं            32 किलो मात्रा

सरसों की खल       10 किलो

मूंगफली की खल     10 किलो

बिनौले की खल      10 किलो

दालों की चूरी        10 किलो

चौकर             25 किलो

मिनरल मिक्स       02 किलो

नमक             01 किलो

कुल              100 किलो

5.गेहूं, जौ या बाजरा20 किलो मात्रा

बिनौले की खल       27 किलो

दाने या चने की चूरी   15 किलो

बिनौला             15 किलो

आटे की चोकर        20 किलो

मिनरल मिक्स        02 किलो

नमक              01 किलो

कुल              100 किलो

ऊपर दिया गया कोर्इ भी संतुलित आहार भूसे के साथ सानी करके भी खिलाया जा सकता है। इसके साथ कम सेकम 4-5 किलो हरा चारा देना आवश्यक है।

दाना मिश्रण के गुण लाभ

  • यह स्वादिष्ट व पौष्टिक है।
  • ज्यादा पाचक है।
  • अकेले खल, बिनौला या चने से यह सस्ता पड़ता हैं।
  • पशुओं का स्वास्थ्य ठीक रखता है।
  • बीमारी से बचने की क्षमता प्रदान करता हैं।
  • दूध व घी में भी बढौतरी करता है।
  • भैंस ब्यांत नहीं मारती।
  • भैंस अधिक समय तक दूध देते हैं।
  • कटडे या कटड़ियों को जल्द यौवन प्रदान करता है।

संतुलित दाना मिश्रण कितना खिलायें

    1. शरीर की देखभाल के लिए:

  •  गाय के लिए 1.5 किलो प्रतिदिन व भैंस के लिए 2 किलो प्रतिदिन
  1. दुधारू पशुओं के लिए:
  • गाय प्रत्येक 2.5 लीटर दूध के पीछे 1 किलो दाना
  • भैंस प्रत्येक 2 लीटर दूध के पीछे 1 किलो दाना
  1. गाभिन गाय या भैंस के लिए:
  • 6 महीने से ऊपर की गाभिन गाय या भैंस को 1 से 1.5 किलो दाना प्रतिदिन फालतू देना चाहिए।
  1. बछड़े या बछड़ियों के लिए:
  • 1 किलो से 2.5 किलो तक दाना प्रतिदिन उनकी उम्र या वजन के अनुसार देना चाहिए।
  1. बैलों के लिए:
  • खेतों में काम करने वाले भैंसों के लिए 2 से 2.5 किलो प्रतिदिन
  • बिना काम करने वाले बैलों के लिए 1 किलो प्रतिदिन।

नोट : जब हरा चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो तो उपरलिखित कुल देय दाना 1/2 से 1 किलो तक घटाया जा सकता है।

इन दाना मिश्रण में एमिनो पॉवर, ग्रो-कैल डी ३ ,ग्रौलीव फोर्ट ,ग्रोविट पॉवर,चिलेटेड ग्रोमिन फोर्ट इत्यादि दवायें समय -समय पर दें । विभिन्न दवाओं की अलग -अलग उपयोगिता है ।

अगर आप पशुओं के लिए बेहतरीन दवाओं और टॉनिक का बितरक बनना चाहतें हैं तो Franchise Opportunity लिंक पर जायें । इन दवाओं के प्रयोग से तुरंत परिणाम दिखता है और काफी लाभकारी ब्यवसाय है ,इसके अतिरिक्त पशुपालन ब्यवसाय में कम से कम २५% अतिरिक्त लाभ मिल सकता है। भैंस पालन से सम्बंधित इस लेख को भी पढ़ें  भैंश पालन लाभकारी कैसे हो ?

 

Related Products

Similar News

Veterinary Franchise & Distribution Opportunities

Join Growel, one of the top veterinary manufacturers in India-and grow your business with trusted, high-quality veterinary products.

  • Proven quality & innovation
  • Global exports as a reliable veterinary medicine supplier in India
  • Backed by 100% quality assurance
  • Recognized among the top 10 veterinary medicine company in India

Growel Reviews

Free Veterinary Books

Growel News

Our Business Partners